Indian Nuclear Power(भारतीय नाभिकिय ऊर्जा)
Ø भारत मे नाभिकीय ऊर्जा का जनक होमी
जहाँगीर भाभा है।
Ø परमाणु ऊर्जा आयोग (AEC)-Atomic Energy commission का स्थापना 1954 मे
ट्रांबे मुंबई महाराष्ट्र मे किया गया ।
Ø परमाणु ऊर्जा आयोग का प्रथम अध्यक्ष –होमी जहाँगीर भाभा थे ।
Ø परमाणु ऊर्जा आयोग के दूसरे अध्यक्ष राजा रमन थे।
Ø परमाणु ऊर्जा आयोग के वर्तमान अध्यक्ष कमलेश नीलकंठ व्यास
है ।
Ø भारत के प्रमुख नाभिकीय ऊर्जा
अनुसंधान केंद्र:-
1)भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र (BARC)-ट्रांबे मुंबई महाराष्ट्र मे स्थित
(1967)।
2)इन्दिरा गांधी परमाणु अनुसंधान केंद्र (IGCAR) ,यह कलपक्कम तमिलनाडु मे स्थित है ।
3)राजा रमन प्रोउन्नत प्रौधौगिक केंद्र (RRCAT)इंदौर मध्य प्रदेश मे स्थित है ।
v भारत मे परमाणु विद्धुत संयंत्र –
Ø भारत मे कुल विद्धुत उत्पादन मे
परमाणु ऊर्जा का केवल 3.5% योगदान है ।
Ø भारत का पहला नाभिकिए रिएक्टर 1956
मे बनाया गया जिसका नाम अप्सरा था ।
Ø भारत का पहला नाभिकिए ऊर्जा
संयंत्र जो एशिया महादेश का प्रथम संयंत्र था, वह अमेरिका के सहयोग से तारापुर
महाराष्ट्र मे स्थापित किया गया ।
Ø रावतभाटा परमाणु ऊर्जा संयंत्र
राजस्थान मे कनाडा के सहयोग से स्थापित किया गया।
Ø कलपक्कम परमाणु ऊर्जा संयंत्र भारत
का पहला स्वदेश तकनीक से निर्मित नाभिकीय ऊर्जा संयंत्र है ।जो तमिलनाडु मे स्थित
है ।
Ø नाभिकिए रिएक्टर के तीसरे चरण के
रिएक्टर का प्रयोग कुडनकूलम परमाणु ऊर्जा
संयंत्र मे स्थापित किया गया है ।जो की तमिलनाडु मे स्थित है ।
Ø नैरोरा परमाणु संयंत्र उत्तर
प्रदेश मे स्थित है ।
Ø कैगा परमाणु ऊर्जा संयंत्र कर्नाटक
मे स्थित है ।
Ø ककरापारा परमाणु ऊर्जा संयंत्र
गुजरात मे स्थित है ।
नाभिकीय
कार्यक्रम के चरण :-
Ø पहला चरण के रिएक्टर मे ईंधन के
रूप मे प्राकृतिक यूरेनीयम (U-238,U-235) का प्रयोग करते है ।
Ø पहला चरण मे रिएक्टर को PHWR (Pressurized heavy water Reactor)
Ø दूसरा चरण :-दूसरा चरण के रिएक्टर
मे ईंधन के रूप मे प्लूटोरीअम (PU-239 )का प्रयोग करते है ।
Ø दूसरे चरण के रिएक्टर को FBR (Fast breeder reactor)कहते है ।
Ø तीसरा चरण :-तीसरा चरण के रिएक्टर
मे ईंधन के रूप मे (U-233)का
प्रयोग करते है ।
Ø तीसरे चरण के रिएक्टर को AHWR-Advanced Heavy water reactor कहते है।
Ø भारत मे सबसे अधिक यूरेनीयम झारखंड
के जदुगोड़ा मे स्थित है ।भारत मे केरल के समुद्री रेत मे सबसे अधिक मोनोजाइट पाया
जाता है ।जिसके द्वारा थोरीयम (Th-232) की प्राप्ति होती है ।
नाभिकीय रिएक्टर या परमाणु रिएक्टर
|
Ø नाभिकिए रिएक्टर नाभिकिए ऊर्जा को
विद्धुत ऊर्जा मे बदलता है ।
Ø नाभिकिए रिएक्टर का खोज एनरिको
फर्मी ने किया ।
Ø नाभिकिए रिएक्टर मे ईंधन के रूप मे
Uranium,
Plutorium और Thorium का प्रयोग करते है ।
Ø नाभिकिए रिएक्टर मे न्यूट्रॉन के
गति को मंद करने के लिए मंदक के रूप मे भारी जल (D2O) और Graphite का प्रयोग करते है ।
Ø भारी जल वाले रिएक्टर को स्विमिंग
पूल रिएक्टर कहते है ,तथा graphite वाले रिएक्टर को परमाणु पाइल कहते
है ।
Ø नाभिकिए रिएक्टर मे अवांछित
न्यूट्रोन को अवशोषित करने के लिए बोरॉन एवं कैडमियम नियंत्रक छड़ का प्रयोग करते
है ।
Ø नाभिकिए रिएक्टर मे नियंत्रित
अभिक्रिया होता है ।
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