मेरी भावनात्मक कविता संग्रह






  •                तुम मुझे कब याद आती है?

जब मेरा दिल कभी गमों में डूब जाता हैं।
जब कभी मन में उदासी लौट आती है।
जब मेरा दिल कभी बहुत तन्हा महसूस करता है।
जब मुझे लगता है  कि कोई मुझसे दूर हो रहा है।
तब मेरी यारा तुम मुझे बहुत याद आती है।।

जब मुुझे लगता है की तुम ही हो मेरी अपनी।
जब मुझे लगता है कि तुम भी रूठ जाओगी।
जब बेचैनी मेरे दिल में हदों से पार जाती है।
जब मुझे लगता है कि अपना कोई नहीं मेरा।
जब मैं खुद से बहुत हारा महसुस करता हूंँ।
तब मेरी यारा तुम मुझे बहुत याद आती हैं।।

जब कभी मैं तुम्हारे मैसेज को पढ़ता हूंँ।
दोबारा कुछ तुम्हारे लिखने का इंतजार करता हूँ।
और अगर तुम्हारा कुछ रिप्लाई नहीं आता।
उस वक्त मेरी यारा तुम मुझे बहुत याद आती है।।

जब कभी तुम मेरे बहुत नजदीक होती हैं।
मैं तुझसे कुछ नहीं कहता, मगर महसूस करता हूंँ।
और जब तुम फिर लौट कर वापस, मुझसे
दूर जाती है।
और जब मेरी नजरें तुम्हारी कभी इंतजार करती है।
तब मेरी यारा तुम मुझे बहुत याद आती हैं।

मैं यूँ ही हर बार, तुझे परेशान नहीं करता।
जब मुझे दिखता है तुझमें हर बार कोई अपना।
मेरी धड़कन और मेरी सांसे बहुत जब तेज होती है।
दिलों में उदासी और जब हर ओर तन्हाई
छाई होती है।
तब मेरी यारा तुम मुझे बहुत याद आती है।।


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